फैक्ट चेक: बजट सत्र के बाद मीडिया के सवालों पर भड़की निर्मला सीतारमण? जानिए वायरल वीडियो का सच
- बजट से जुड़े सवाल पर भड़कीं वित्त मंत्री
- वायरल वीडियो का अंतरिम बजट से जुड़े होने का दावा
- जानिए वायरल वीडियो की सच्चाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बीते दिनों वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने नए संसद भवन में अंतरिम बजट पेश किया। यह वर्तमान मोदी सरकार की अंतिम बजट थी। इसके बाद आम चुनाव होंगे। बजट सत्र के बाद से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का एक वीडियो सोशल मीडियो प्लैटफॉर्म्स पर तेजी से वायरल हो रहा है। यह वीडियो किसी प्रेस कांफ्रेंस का है जिसमें विपक्ष के रिएक्शन पर आधारित एक सवाल सुनकर वित्त मंत्री भड़क जाती हैं।
दावा - अभिनव शुक्ला नाम के फेसबुक यूजर ने 1 फरवरी को अपने अकाउंट से वायरल वीडियो शेयर किया है। वीडियो शेयर करते हुए यूजर ने कैप्शन में लिखा, "निर्मला सीतारमण ने प्रेस कांफ्रेंस की और एक पत्रकार ने बजट के बारे में सवाल पूछा। उनका खून खौल गया, भाव देखिए। #बजट2024" इस वीडियो को अन्य यूजर्स भी समान दावे के साथ पोस्ट कर रहे हैं।
पड़ताल - वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमारी टीम ने पड़ताल शुरू की। सबसे पहले हमने वीडियो में दी गई जानकारी के मुताबिक कीवर्ड्स के जरिए ओपन गूगल सर्च की। सर्च रिजल्ट में हमें नवभारत टाइम्स की वेबसाइट पर एक रिपोर्ट मिली। यह रिपोर्ट पिछले साल 1 फरवरी को पब्लिश की गई है जिसके मुताबिक, "पत्रकार ने जब बजट पर विपक्षों के रिएक्शन को लेकर सवाल किया कि विपक्ष इसे निल बट्टे सन्नाटा बता रहे है, इस सवाल पर वित्त मंत्री थोड़ी गुस्सा गई और उन्होंने अगले सवाल का रुख कर लिया।"
इसके अलावा हमें वायरल वीडियो ब्रूट इंडिया के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर 1 फरवरी 2023 को अपलोड की हुई मिली। वीडियो में एक पत्रकार को अंग्रेजी भाषा में वित्त मंत्री से सवाल पूछते सुना जा सकता है। पत्रकार पूछती हैं, "विपक्षी दल इसे 'निल बटे सन्नाटा' बजट कह रहे हैं… उन्होंने कहा, अच्छा नहीं है। उनका कहना है कि मिडिल क्लास के लिए कुछ नहीं है।" इस पर निर्मला सीतारमण पत्रकार से पूरी जानकारी देने को कहती है। वित्त मंत्री वीडियो में कहती हैं, "किस कारण से…आप मुझे बता सकती हो?" इसके बाद वह वहां मौजूद अन्य रिपोर्टर से दूसरा सवाल पूछने को कहती हैं।
पड़ताल में हमने पाया कि वायरल वीडियो पिछले साल का है जिसे इस साल के अंतरिम बजट से जोड़कर वायरल किया जा रहा है। वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है। पड़ताल में वायरल वीडियो भ्रामक साबित हुआ।